क्या आपके मन में भी यह सवाल है कि क्या गर्भवती महिला पूजा कर सकती हैं अथवा नहीं, क्या प्रेगनेंसी के दौरान पूजा करना चाहिए? यदि गर्भवती महिला पूजा कर सकती हैं तो कौन से भगवान की पूजा करनी चाहिए. तो आइए, आपका स्वागत है।
आपके इन सभी सवालों का जवाब यहां दिया जा रहा है। जी हां, भारत की नंबर वन हिंदी हेल्थ वेबसाइट HealthNeed.in में आपका स्वागत है.
आज यहां हम आपको गर्भावस्था में पूजा करने से संबंधित विभिन्न प्रकार की जानकारी दे रहे हैं. अक्सर महिलाओं के मन में इस तरह के संदेह होते हैं कि क्या वे गर्भावस्था के दौरान पूजा कर सकती हैं, प्रेगनेंसी में पूजा करना चाहिए या नहीं, क्या घर पर प्रेगनेंसी में पूजा कर सकती हैं- इन सभी सवालों का जवाब आगे दिया जा रहा है.
इसके अलावा प्रेगनेंसी में पूजा करने से संबंधित विभिन्न प्रकार की महत्वपूर्ण बातें भी यहां बताई जा रही हैं. अतः इस आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पढ़ें। आइए जानते हैं- Pregnancy Mein Pooja Karna Chahie Ya Nahin
इन्हें भी देखें-
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गर्भवती महिला पूजा कर सकती है या नहीं
प्रेगनेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिला के पूजा करने के विषय में तरह तरह के संदेह होते हैं। हम आपको बता दें कि शास्त्र के अनुसार गर्भवती महिला गर्भावस्था में पूजा करने के लिए स्वतंत्र है।
इसमें किसी भी प्रकार की बाध्यता नहीं है। धर्म शास्त्रों में इसकी मनाही नहीं की गई है।
अतः यदि आप एक प्रेग्नेंट महिला हैं और प्रेगनेंसी के दौरान अपने मनचाहे बच्चे की प्राप्ति के लिए भगवान को मनाना चाहती हैं। उनकी पूजा करना चाहती हैं, तो बिल्कुल कर सकती हैं।
आपको बता दें कि गर्भावस्था यानी प्रेगनेंसी में पूजा करने से आपको ढेर सारे फायदे होते हैं। इससे आपके पेट में पल रहे बच्चे का जन्म भी दिव्य होता है।
गर्भावस्था के दौरान जब पेट में बच्चे का निर्माण हो रहा होता है तो आत्मा प्रवेश करती है। ऐसी स्थिति में यदि आप भगवान की पूजा कर रहे हैं तो श्रेष्ठ एवं दिव्य आत्मा ही आपके गर्भस्थ शिशु में प्रवेश होती है।
निष्कर्ष रूप से कहा जाए तो गर्भावस्था यानि प्रेगनेंसी में यदि एक प्रेग्नेंट महिला पूजा करती है तो उसके लिए लाभदायक ही है।
हां, आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपको कठिन पूजा ही नहीं करनी चाहिए। अपने शरीर का भी विशेष ध्यान रखें।
क्या गर्भवती महिलाएं घर पर पूजा कर सकती हैं?
प्रेगनेंसी में प्रेग्नेंट महिला को घर पर ही पूजा करनी चाहिए, क्योंकि यदि वह कहीं दूर मंदिर में पूजा करने जाती हैं तो यह उसके लिए कठिन हो सकता है।
शास्त्र के अनुसार इसमें किसी भी प्रकार की मनाही नहीं है कि आप घर पर पूजा नहीं कर सकती हैं।
कोई भी प्रेग्नेंट महिला अपने घर पर भगवान की फोटो रखकर धूप, दीप जलाकर सामान्य पूजन कर सकती हैं।
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गर्भवती महिला को कौन से भगवान की पूजा करनी चाहिए?
यदि कोई गर्भवती महिला रोजाना प्रेगनेंसी के दौरान अपने मनचाहे बच्चे की प्राप्ति के लिए भगवान की पूजा करना चाहे तो विशेष रुप से भगवान शंकर की पूजा कर सकती हैं।
भगवान शिव की पूजा में साफ सफाई एवं पवित्रता का विशेष ध्यान रखें। अन्यथा यदि आप एक गर्भवती महिला हैं तो आपको भगवान शिव की जगह भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
माना जाता है कि भगवान विष्णु की पूजा करने से गर्भवती महिला का शिशु अत्यंत दिव्य होता है।
गर्भवती स्त्री को कौन सा पाठ करना चाहिए?
प्रेगनेंसी के दौरान प्रेग्नेंट महिला यानी गर्भवती महिला आमतौर पर कोई भी सामान्य पाठ कर सकती है। जैसे कि हनुमान चालीसा का पाठ, सुंदरकांड का पाठ, बजरंग बाण का पाठ, शिव चालीसा का पाठ इत्यादि।
यदि संस्कृत पढ़ने में निपुण हो तो भगवान शंकर के संस्कृत स्तोत्र जैसे रुद्राष्टकम्, द्वादश ज्योतिर्लिंग आदि का पाठ कर सकती हैं। इसके अलावा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना भी विशेष लाभकारी होता है।
सामान्य रूप से यदि आप एक प्रेग्नेंट महिला हैं और आपको संस्कृत पढ़नी नहीं आती है तो आप हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, शिव चालीसा आदि का पाठ कर सकती हैं।
गर्भावस्था का देवता कौन है?
किसी ने सवाल किया कि गर्भावस्था के दौरान इसका देवता कौन होता है। आपको बता दें इसका कोई विशेष देवता तो नहीं होता है लेकिन आदि सृष्टि के सृष्टिकर्ता ब्रह्मा जी को इसका संचालक माना जाता है।
दूसरे शब्दों में कहें तो इन्हीं को इसका देवता कह सकते हैं। इसके पश्चात भगवान नारायण ही इसके दूसरे देवता होते हैं।
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प्रिय महिला मित्रों, आज के इस आर्टिकल में भारत की नंबर वन हेल्थ वेबसाइट HealthNeed. In पर क्या प्रेगनेंसी में पूजा करनी चाहिए? यानी गर्भवती महिला को पूजा करनी चाहिए या नहीं, गर्भवती महिला को कौन से भगवान की पूजा करनी चाहिए, क्या गर्भवती महिला अपने घर पर पूजा कर सकती हैं-
इत्यादि प्रेगनेंसी में पूजा करने से संबंधित बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई.
प्रेगनेंसी से जुड़ी अन्य किसी भी प्रकार की जानकारि या सहायता के लिए इस वेबसाइट के मेनू सेक्शन में जरूर जाएं।
Dr. Sandeep Bharadwaj is an Ayurvedic Doctor at Neeraj Hospital, Near old bus stand, Kotdwar, Uttarakhand. With over 11 years of experience Dr. Bharadwaj specialises in pregnancy, diabetes, thyroid, piles etc. He completed his MBBS from Rajiv Gandhi University in 2016. He has over 12 year experience of ayurveda and regarding health tips and researching on ayurveda and yoga since past 11 years. Contact Us
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