Bawasir Me Gond Katira Ke Phayade | रोज खाए गोंद कतीरा होगा बीमारी का अंत

Bawasir Me Gond Katira Ke Phayade – वर्तमान समय में बवासीर एक ऐसा रोग बन चुका है जो 50 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले लगभग हर पुरुष या महिलाओं को हो रहा है। ऐसे में सभी लोग बवासीर का इलाज ढूंढ रहे हैं और कई लोगों ने बवासीर में गोंद कतीरा का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। कई लोग bawasir me gond katira ke fayde के बारे में भी जानना चाहते हैं। ताकि वह गोंद कतीरा का इस्तेमाल कर अपने बवासीर को जल्द से जल्द ठीक कर सके।

Bawasir Me Gond Katira Ke Phayade

ऐसे में अगर आप भी बवासीर से पीड़ित हैं और बवासीर में गोंद कतीरा के फायदे जानना चाहते हैं ताकि आप अपने बवासीर को जल्द से जल्द ठीक कर सके तो इस वक्त बिल्कुल सही जगह पर है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से बवासीर क्या है, बवासीर के लक्षण, गोंद कतीरा क्या है और गोंद कतीरा के फायदे के बारे में बताने वाले हैं। यह सारी जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको हमारा यह आर्टिकल अंत तक पढ़ना होगा।

बवासीर क्या है?

बवासीर को पाइल्स के नाम से भी जाना जाता है। जब किसी व्यक्ति को बवासीर होता है तो उसके गुदा का निचला हिस्सा प्रभावित होता है और गुर्दे के नस पर काफी ज्यादा दबाव पड़ता है। बवासीर के दौरान जब कोई व्यक्ति मल का त्याग करता है तो उस वक्त उसे जलन महसूस हो सकता है या फिर उसे रक्तस्राव जैसी समस्या भी आ सकती है।

बवासीर ज्यादातर 50 वर्षों से ज्यादा उम्र वाले पुरुष या महिलाओं को होता है। महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में बवासीर की समस्या ज्यादा पाई जाती है। अगर बवासीर का सही समय पर इलाज नहीं किया गया तो यह बिगड़ सकती है और प्रभावित हिस्से में बहुत ज्यादा खून बहने की संभावना होती है।

बवासीर के प्रकार | Types of Bawasir

बवासीर के मुख्य रूप से दो प्रकार होते हैं। आइए हम नीचे आपको बवासीर के दोनों प्रकार के बारे में विस्तार पूर्वक बताने का प्रयास करते हैं।

बवासीर का पहला प्रकार आंतरिक बवासीर के नाम से जाना जाता है। यह बवासीर मलाशय के अंदर होता है और इस बवासीर में बिना दर्द के रक्त स्राव होने की संभावना रहती है। इसके साथ साथ व्यक्ति को मल त्याग के दौरान असुविधा या जलन जैसी समस्या भी हो सकती है।

बवासीर का दूसरा प्रकार बाहरी बवासीर है। इसके वजह से गुदा में खुजली, दर्द जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है। इस बवासीर की वजह से भी मल त्याग के दौरान काफी ज्यादा रक्तस्राव हो सकता है।
ऐसा भी होना संभव है कि एक ही साथ एक व्यक्ति को बाहरी बवासीर और आंतरिक बवासीर दोनों हो जाए। ऐसे में व्यक्ति को जल्द से जल्द चिकित्सक से दिखाना चाहिए और बवासीर को ठीक करना चाहिए।

बवासीर के लक्षण | Symptoms of Bawasir

आइए हम आपको नीचे बवासीर के कुछ मुख्य लक्षणों के बारे में बताते हैं ताकि आप कभी वैसा महसूस करें तो तुरंत समझ जाएं कि आपको बवासीर है और आप उसका जल्द से जल्द इलाज करा ले।

  • जब बवासीर होता है तो गुदा और मलाशय की नसों में सूजन हो जाता है जिसके वजह से मल त्याग करने के दौरान काफी ज्यादा दर्द होता है।
  • बवासीर के दौरान गुदा में काफी ज्यादा खुजली आती है और काफी ज्यादा जलन महसूस होती है। जब आप मल का त्याग करते हैं और उस समय आपको जलन महसूस हो तो आप समझ सकते हैं कि आपको बवासीर की समस्या है।
  • बवासीर के कारण गुदा और मलाशय की नस काफी ज्यादा सूज जाती है और कभी कभार फट भी जाती है। जिसके कारण मल त्याग के दौरान या इसके बाद रक्तस्राव की समस्या उत्पन्न होती है। अगर आपको कभी मल त्याग करने के दौरान रक्त स्राव की समस्या आए तो आप तुरंत चिकित्सक के पास जाएं और बवासीर का इलाज कराएं।
  • जब हम मल का त्याग करते हैं तो हमारा मन हल्का हो जाता है लेकिन बवासीर के दौरान हमें हमेशा अधूरा मल त्याग की भावना पैदा होती है। अधूरा मल त्याग की भावना उत्पन्न होना भी बवासीर का एक मुख्य लक्षण है।
  • बवासीर के दौरान गुर्दा और मलाशय कि नस काफी ज्यादा सुज जाती है जिसके वजह से पीड़ित व्यक्ति को बैठने में काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही बैठने के दौरान उनके गुदा में काफी ज्यादा दर्द भी हो सकता है।

गोंद कतीरा क्या है?

गोंद कतीरा एक चिपचिपा पदार्थ है जो गर्मी के दिनों में मिलता है। यह पदार्थ पेड़ों से निकलता है और यह आसानी से भारत के सभी इलाकों मे मिलता है। यह पदार्थ भारत के पंजाब राजस्थान और हरियाणा जैसे राज्यों में मिलता है।

गोंद कतीरा को अकेला गोंद के नाम से भी जाना जाता है। इसे मुख्य रूप से बबूल और नीम के पेड़ों से निकाला जाता है। गर्मी के दिनों में नीम और बबूल के पेड़ों से इस पदार्थ को निकाल कर इसका सेवन बाबासीर को कम करने के लिए किया जाता है।

बवासीर में गोंद कतीरा के फायदे | Benefits of Gond Katira

आइए हम नीचे आपको बवासीर में गोंद कतीरा के फायदे के बारे में बताते हैं। ताकि आप गोंद कतीरा का इस्तेमाल कर बवासीर को कम करने में कामयाब हो सके।

  • बवासीर के दौरान गोंद कतीरा का इस्तेमाल करने से रक्तस्राव बंद हो जाता है।
  • इसके अलावा गोंद कतीरा का इस्तेमाल करने से आपके गुर्दा और मलाशय की नस का सूजन कम होने लगता है।
  • बवासीर की वजह से होने वाले दर्द में भी आप गोंद कतीरा का इस्तेमाल कर सकते हैं और दर्द से आराम पा सकते हैं।

निष्कर्ष

आज हमने आपको अपने इस आर्टिकल के माध्यम से bawasir me gond katira ke fayde के बारे में जानकारी दी है। इसके अलावा हमने आपको बवासीर क्या है और बवासीर के लक्षण के बारे में भी बताने का प्रयास किया है। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और इसे पढ़ने के बाद आपको बवासीर से संबंधित सारी जानकारी मिल गई होगी।

अगर यह आर्टिकल आपको अच्छा लगा और इसमें दी गई जानकारी समझ में आ गई तो आप इसे अपने मित्रों के साथ साथ अपने सोशल मीडिया पर साझा करना ना भूले। ताकि आपके जो भी सगे संबंधी बवासीर से पीड़ित है वह कतीरा गोंद का इस्तेमाल कर बवासीर से छुटकारा पा सके।

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